उत्तर भारत में प्रेम का जोर बढ़ रहा है। यह प्रेम त्याग और बलिदान वाला नहीं है। जाति और समाज से छुप कर होने वाला प्रेम उफान पर है। खाप और पंचायतें चाहे दिल्ली के पास के हों या दूर की, जोश से भरे बेदर्द फैसले अपने दम पर लागू कर रही हैं। प्रेम तक तो ठीक है पर शादी के बाद बड़ी समस्या बन रहीं हैं। किशोर- किशोरी भी युवा होते ही विवाह को अधिक आतुर हो रहे हैं। पर विवाह भी अपनी पसंद का।
मशहूर मॉडल विवेका बाबा जी ने बम्बई में पसंदीदा साथी नहीं मिल पाने के कारण आत्महत्या कर ली। मेरी एक परिचित हैं। जिन्ना पर चर्चा करती थीं। उनका एक परिचित के साथ जुडाव हुआ, भावनात्मक स्तर पर। मित्र पुलिस सेवा के शीर्ष पद पर चुना गया। दोनों तय नहीं कर पा रहे हैं विवाह करें या नहीं। रिश्ता ना बन पा रहा है ना टूट पा रहा है। परेशानी दोनों तरफ है।
एक और जूनियर फ्रेंड है। उन्हें भी प्रेम हुआ। माता जी कहती थीं इस तरह का प्रेम टिक नहीं पाता है। माता जी कम पढ़ी-लिखी थीं। मेरे मित्र युवा और जाति विहीन समाज वाले थे। आदर्श इतना भरा था कि गुजरात के भूकंप पीड़ितों की सहायता के लिए बतौर स्वयंसेवक काम करने गए थे। कन्या भी सुशील ओर समर्पिता आदर्श युवती थी। चंचल, हंसमुख और हाजिरजवाब। कान की शिकायत थी। कम सुन पाती थीं। कभी-कभी लगा कि प्रेम का यह जोड़ा टिक जाएगा पर परिणाम प्रत्याशित रहा, कम से कम माता जी के लिए। वे सही साबित हो गईं। मित्र कि पत्नी का कान ठीक हो गया। सुनने लगीं। अड़ोस-पड़ोस से भी। मित्र खामी से भरे साबित किये जाने लगे। पांच वर्षों के अन्दर ही पहले लव समाप्त हुआ, फिर मैरिज- कोर्ट तक पहुँच कर।
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पाकिस्तान के कोट लखपत जेल में भारतीयों को यातनाएं दी जाती हैं तथा "सपोला" एवं "ब्लडी इंडियन" नाम से पुकारा जाता है। (नयी दुनिया 26/06/2010 pg. 3 से)
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प्रोफ़ेसर पी. सी. रे ने History of hindu chemistry में रसायनशास्त्री नागार्जुन को सातवीं-आठवीं सदी का माना है।
नागार्जुन को बौद्ध धर्म की महायान शाखा का प्रवर्तक माना जाता है। अतः इनकी उपस्थिति दूसरी-तीसरी सदी की हो सकती है। इनका बचपन नालंदा के बालेन्द्र विहार में बीता था।
रसायन पर चर्चित पुस्तकें-
१-रस रत्नाकर
२-रसेन्द्र मंगल
यदि किन्ही के पास हिस्ट्री ऑफ़ हिन्दू केमेस्ट्री की कॉपी हो तो कृपया सूचित करेंगे।
(HBBB 24/06/10)
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अगली पोस्टिंग में पंडित राम दयाल तिवारी की गाँधी मीमांसा पर चर्चा।
मशहूर मॉडल विवेका बाबा जी ने बम्बई में पसंदीदा साथी नहीं मिल पाने के कारण आत्महत्या कर ली। मेरी एक परिचित हैं। जिन्ना पर चर्चा करती थीं। उनका एक परिचित के साथ जुडाव हुआ, भावनात्मक स्तर पर। मित्र पुलिस सेवा के शीर्ष पद पर चुना गया। दोनों तय नहीं कर पा रहे हैं विवाह करें या नहीं। रिश्ता ना बन पा रहा है ना टूट पा रहा है। परेशानी दोनों तरफ है।
एक और जूनियर फ्रेंड है। उन्हें भी प्रेम हुआ। माता जी कहती थीं इस तरह का प्रेम टिक नहीं पाता है। माता जी कम पढ़ी-लिखी थीं। मेरे मित्र युवा और जाति विहीन समाज वाले थे। आदर्श इतना भरा था कि गुजरात के भूकंप पीड़ितों की सहायता के लिए बतौर स्वयंसेवक काम करने गए थे। कन्या भी सुशील ओर समर्पिता आदर्श युवती थी। चंचल, हंसमुख और हाजिरजवाब। कान की शिकायत थी। कम सुन पाती थीं। कभी-कभी लगा कि प्रेम का यह जोड़ा टिक जाएगा पर परिणाम प्रत्याशित रहा, कम से कम माता जी के लिए। वे सही साबित हो गईं। मित्र कि पत्नी का कान ठीक हो गया। सुनने लगीं। अड़ोस-पड़ोस से भी। मित्र खामी से भरे साबित किये जाने लगे। पांच वर्षों के अन्दर ही पहले लव समाप्त हुआ, फिर मैरिज- कोर्ट तक पहुँच कर।
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पाकिस्तान के कोट लखपत जेल में भारतीयों को यातनाएं दी जाती हैं तथा "सपोला" एवं "ब्लडी इंडियन" नाम से पुकारा जाता है। (नयी दुनिया 26/06/2010 pg. 3 से)
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प्रोफ़ेसर पी. सी. रे ने History of hindu chemistry में रसायनशास्त्री नागार्जुन को सातवीं-आठवीं सदी का माना है।
नागार्जुन को बौद्ध धर्म की महायान शाखा का प्रवर्तक माना जाता है। अतः इनकी उपस्थिति दूसरी-तीसरी सदी की हो सकती है। इनका बचपन नालंदा के बालेन्द्र विहार में बीता था।
रसायन पर चर्चित पुस्तकें-
१-रस रत्नाकर
२-रसेन्द्र मंगल
यदि किन्ही के पास हिस्ट्री ऑफ़ हिन्दू केमेस्ट्री की कॉपी हो तो कृपया सूचित करेंगे।
(HBBB 24/06/10)
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अगली पोस्टिंग में पंडित राम दयाल तिवारी की गाँधी मीमांसा पर चर्चा।
लव का मैरिज - कोर्ट तक पहुँच कर समाप्त. :)
ReplyDeleteअन्य जानकारियां काम की है, अगले पोस्ट का इंतजार है, धन्यवाद भाई साहब.
सुन्दर लेखन।
ReplyDeleteprem abujh rah kar hi sarthak hota hai. kabhi nasamjhi to kabhi samajhdari se anarth bhi hota hai.
ReplyDeleteप्रेम कि परि भाषाएँ समय सापेक्ष हो जाया करती है. नकारात्मक नतीजों के बजाए सकारात्मक प्रेम बंधनों पर गौर किया जाए तो एक बात सामने आती है की सारा मामला पारस्परिक सामंजस्य तथा पार्टनरों के TOLERANCE QUOTIENT का है.!
ReplyDeleteप्रेम पर http://main-samay-hoon.blogspot.com/2009_05_01_archive.html देखिए। हिन्दू रसायन पर ध्यान दूंगा।
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